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Showing posts from April, 2020

कोविड-19 यानी नॉवेल कोरोना वायरस के बारे में गड्डमड्ड कुछ...

दुनिया भर की सरकारों के मुखिया के बयान सुनिए... विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन्स देखिए... लॉकडाउन के नाम पर देश भर की सरकारों द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देश या सर्कुलर देखिए... टेलीविजन और अख़बारों में कोविड-19 यानी नॉवेल कोरोना वायरस के बारे में जितना आप जानने की कोशिश करेंगे, गड्डमड्ड होने लगेगा ... आप चाहें तो इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अपनी राय बदल सकते हैं... - पुष्पेन्द्र फाल्गुन 1. कोविड-19 यानी नॉवेल कोरोना वायरस दो घंटे तक सक्रिय रहता है. मतलब यह कि दो घंटे सक्रिय रहता है, पर कौन से दो घंटे? यह नहीं मालूम, मतलब कि सुबह 6-8 बजे तक, 8-10 बजे तक, 10-12, 12-2, शाम 2-4, 4-6, 6-8, 8-10 बजे तक, रात में 10-12 या फिर रात बारह बजे से दो, चार, छह बजे तक, यानी कौन से दो घंटे सक्रिय रहेगा, यह नहीं मालूम, विश्व स्वास्थ्य संगठन, दुनिया भर के राजनेताओं को बस इतना मालूम है कि दो घंटे सक्रिय रहेगा... आपको भी इसलिए नहीं मालूम पड़ेगा क्योंकि आप नहीं जानते कि कितने बजे दरअसल कोविड-19 यानी नॉवेल कोरोना वायरस आपके करीब सक्रिय हुआ है, इसलिए यही मानना ठीक होगा कि कोरोना वायरस चैबीसों घंटे

सोशल डिस्टेंसिंग बनाम फिजिकल डिस्टेंसिंग : मंशा समझिए

विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में फिजिकल डिस्टेंसिंग का उल्लेख और इसे ही इस्तेमाल करने की सिफारिश  नॉवेल कोरोना वायरस के नाम पर जबसे भारत सरकार की तरफ से आधिकारिक बयान आने लगे और मीडिया में COVID-19 नामक इस वायरस को कुख्यात करने का खेल शुरु हुआ, तबसे एक शब्द बारम्बार प्रयोग किया जा रहा है और वह शब्द है, 'सोशल डिस्टेंसिंग*.' इस शब्द को जब मैंने पहली बार सुना तबसे ही यह भीतर खटक रहा था, वजह सिर्फ इतनी ही नहीं कि भाषा और साहित्य का एक जिज्ञासु हूँ, बल्कि इसलिए भी कि इस शब्द में  विद्वेष और नफरत की ध्वनि थी / है. मैंने दुनिया भर की मीडिया को सुनना- समझना शुरु किया. चीन कि जहाँ नॉवेल कोरोना वायरस का प्रादुर्भाव हुआ और जहाँ से पूरी दुनिया में फैला, वहाँ के शासकों और वहाँ के बाजार ने 'सोशल डिस्टेंसिंग' शब्द का इस्तेमाल किया, इटली ने किया, ईरान ने किया, अमेरिका धड़ल्ले से कर रहा है. भारत सरकार के समस्त प्रतिनिधि, तमाम मीडिया घराने और उनके कर्मचारी, देश भर के अख़बार, आमजन और बुद्धिजीवी सभी 'सोशल डिस्टेंसिंग' शब्द का चबा-चबाकर खूब इस्तेमाल कर र